Tumhare Siva Kuch Na Lyrics
English Lyrics
Tumhaare siwa kuchh na chaahat karenge
Ke jab tak jienge mohabbat karenge
Mohabbat mohabbat mohabbat mohabbat
Nazar chaahati hai didaar karana
Ye dil chaahata hai tumhen pyaar karana
Tumhaari wafa men dube rahen ham
Hai kya haal dil ka ye kaise kahen ham
Mahakane lagega badan ye tumhaara
Ham ankhon men aisi sharaarat karenge
Hamen apane dil men basaaya hai tumane
Mohabbat ki kaabil banaaya hai tumane
Agar tum na milate to ham ji n paate
Kise apana kahate kahaan dil lagaate
Saza rab jo dega wo mnjur hamako
Ke ab ham tumhaari ibaadat karenge
Hindi Lyrics
तुम्हारे सिवा कुछ न चाहत करेंगे
के जब तक जिएंगे मोहब्बत करेंगे
मोहब्बत मोहब्बत मोहब्बत मोहब्बत
नज़र चाहती है दीदार करना
ये दिल चाहता है तुम्हें प्यार करना
तुम्हारी वफ़ा में डूबे रहेंगे हम
है क्या हाल दिल का ये कैसे कहें हम
महकाने लगेगा बदन ये तुम्हारा
हम आंखों में ऐसी शरारत करेंगे
हमने अपने दिल में बसाया है तुमने
मोहब्बत की काबिल बनाया है तुमने
अगर तुम न मिलते तो हम जी न पाते
किसे अपना कहते हैं कहां दिल लगाते हैं
सज़ा रब जो देगा वो मंजुर हमाको
के अब हम तुम्हारी इबादत करेंगे
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English Lyrics
Tumhaare siwa kuchh na chaahat karenge
Ke jab tak jienge mohabbat karenge
Mohabbat mohabbat mohabbat mohabbat
Nazar chaahati hai didaar karana
Ye dil chaahata hai tumhen pyaar karana
Tumhaari wafa men dube rahen ham
Hai kya haal dil ka ye kaise kahen ham
Mahakane lagega badan ye tumhaara
Ham ankhon men aisi sharaarat karenge
Hamen apane dil men basaaya hai tumane
Mohabbat ki kaabil banaaya hai tumane
Agar tum na milate to ham ji n paate
Kise apana kahate kahaan dil lagaate
Saza rab jo dega wo mnjur hamako
Ke ab ham tumhaari ibaadat karenge
Hindi Lyrics
तुम्हारे सिवा कुछ न चाहत करेंगे
के जब तक जिएंगे मोहब्बत करेंगे
मोहब्बत मोहब्बत मोहब्बत मोहब्बत
नज़र चाहती है दीदार करना
ये दिल चाहता है तुम्हें प्यार करना
तुम्हारी वफ़ा में डूबे रहेंगे हम
है क्या हाल दिल का ये कैसे कहें हम
महकाने लगेगा बदन ये तुम्हारा
हम आंखों में ऐसी शरारत करेंगे
हमने अपने दिल में बसाया है तुमने
मोहब्बत की काबिल बनाया है तुमने
अगर तुम न मिलते तो हम जी न पाते
किसे अपना कहते हैं कहां दिल लगाते हैं
सज़ा रब जो देगा वो मंजुर हमाको
के अब हम तुम्हारी इबादत करेंगे